णमो अरिहंताणं
णमो सिद्धाणं
णमो आयरियाणं
णमो उवज्झायाणं
णमो लोए सव्वसाहूणं
एसो पंचणमोक्कारो, सव्वपावप्पणासणो ।
मंगलाणं च सव्वेसिं, पढमं हवई मंगलं ।।
नमस्कार महामंत्र जैन परम्परा का एक प्रभावक एवम् चमत्कारी मंत्र है। इस मंत्र की साधना से साधक के सभी मनोरथ पूर्ण होते है। नमस्कार मंत्र जैन धर्म का सर्वाधिक महत्वपूर्ण मंत्र है। इसे ‘नवकार मन्त्र’, ‘णमोकार मंत्र’ या ‘पंच परमेष्ठि नमस्कार’ भी कहा जाता है।
नमस्कार महामंत्र जैन धर्म का सबसे प्राचीन मंत्र है। इस मंत्र को सभी जैन मानते है। इस महामंत्र में किसी व्यक्ति विशेष को नहीं , बल्कि 5 महान आत्माओ को नमस्कार किया गया है।
Share :